लखनऊ में बीरबल साहनी पुराविज्ञान इंस्टिट्यूट के शोधकर्ताओं ने मानव जबड़े का अध्ययन किया। एक्स-रे कंप्यूटेड टोमॉग्रफी से मालूम चलता है कि संरक्षित जबड़ा सिवापिथेकस श्रेणी के किसी व्यस्क आदिमानव का है लेकिन इसकी प्रजाति की पहचान नहीं की जा सकी है। शोधकर्ताओं ने पूर्व में मिले स्तनधारी जीवाश्म के आधार पर इसे 110 से 100 लाख साल पुराना बताया।
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