सिंघानिया, अंबानी, चड्ढा और सिंह परिवारों में सत्ता-संघर्ष के विकृत रूप लेने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ऐसे में विश्लेषकों का मानना है कि सत्ता-संघर्ष और कंपनियों पर नियंत्रण की नई पीढ़ी बढ़ती चाहत के बीच ऐसी कंपनियों के बेहतर संचालन के लिए भारत में ग्लोबल कॉर्पोरेट स्टैंडर्ड्स को ज्यादा तवज्जो देने की जरूरत भी बढ़ गई है।from Navbharat Times http://bit.ly/2ArQSgR
0 Comments