चुनाव आते ही चारों तरफ नए-नए नारे छा जाते हैं। दरअसल चुनावी नारों का सिलसिला शुरुआत से ही चला आ रहा है। वेवर ने कहा था 'नेता और उसके वादे प्रॉडक्ट की तरह हैं जिसे जनता के बीच लॉन्च किया जाता है।' आइए जानते हैं हमारे देश में कौन-कौन से नारे 'लॉन्च' किए गए और जनता पर उनका क्या असर पड़ा।
from Navbharat Times https://ift.tt/2HvyYhr
0 Comments